Shikha Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -08-Jan-2022 आशिकी


इश्क़ को आवाज दो तुम , 
शब्दों का आगाज बनो तुम , 
आंखों से जो कहते हो , 
लबों से उनको बोल दो तुम |

दिल की बातें दिल सुनता है , 
तराने रोज यह नए गुनता है , 
लफ्जों में पिरो जाओ उनको , 
नैनों से तुम्हारे जो झलकता है |

छलका छलका दिल यह मेरा , 
हल्का हल्का सुरूर है तेरा , 
नशा सा छा जाता जीवन में , 
पल पल का जूनून ये तेरा |

मौन जो हो जाती हूंँ कभी , 
खलती है तुझको मेरी कमी , 
बातें मेरी याद आती तुमको , 
तुम ही मेरा आसमां मेरी जमीं |

बारिश की बूंदों सी पड़ती , 
ओस के जैसी ही झड़ती , 
तुम जो आए ढूंढो मुझको , 
आगोश में तेरे मैं पिघलती |

मूरत की तरह गढ़ती हूंँ , 
शर्मो हया की सूली चढ़ती हूंँ, 
लाज का पहरा मुझ पर रहता , 
चुनर से खुद को ढकती हूंँ |

आशिकी को समझो सनम , 
प्रेम की बोली बोलो सनम , 
इंतजार में तेरे मैं हूंँ रहती, 
दिलों के राज खोलो सनम ||

प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली) 

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11 Comments

Seema Priyadarshini sahay

11-Jan-2022 05:37 PM

बहुत खूबसूरत

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Ravi Goyal

10-Jan-2022 08:45 AM

वाह बहुत उम्दा 👌👌

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Punam verma

09-Jan-2022 09:24 AM

Nice

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